14 Oct Daily Panchangam| दैनिक पंचांगम् |14 October 2020
अद्यतनीयम् पञ्चाङ्गम्
बुधवासरः अश्विन(अधिक) मासः कृष्ण पक्षः द्वादशी एवं त्रयोदशी तिथि पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्रम् शुक्ल योग: तैतिल करणम् २०७७ प्रमादी नाम सम्वत्सरः वैवस्वत मन्वन्तर: श्वेतवराह कल्प: सर्वेभ्यः मङ्गलकरः भवतु।
एक एव पदार्थस्तु त्रिधा भवति वीक्षितः।
कुणपः कामिनी मांसं योगिभिः कामिभिःश्वभिः।।
अर्थ – एक ही पदार्थ, किन्तु अलग-अलग व्यक्ति की दृष्टिकोण से देखने के बाद उनको अलग-अलग ही नजर आता है। जैसे नारी का सुन्दर देह योगीजनों के लिए शव, कामी लोगों को वही देह मोहक, तो कुत्ते को केवल मांसपिण्ड।
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